The Definitive Guide to what to do for success in Hindi
The Definitive Guide to what to do for success in Hindi
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उन्हें आनंद जी का एक आम आदमी को थप्पड़ मारना अच्छा नहीं लगा.
“सर, वो…..” छात्र कुछ हिचकिचाते हुए बोला, “….मेरे अतीत में कुछ ऐसा हुआ है, जिसकी वजह से मैं परेशान रहता हूँ. समझ नहीं आता क्या करूं?”
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पूरा गाँव इकट्ठा हो गया। बूढ़े आदमी से पूछा गया:
जब गाँधी को इस बात का पता चला तो उन्हें आनंद जी की यह बात बहुत बुरी लगी.
महर्षि ने उसे बैठने के लिए कहा और वह बैठ गया। महर्षि ने उस दूसरे व्यक्ति से पूछा – कहो वत्स तुम्हे थोड़ी देरी हो गयी, और तुम्हारी हालत ऐसे कैसे हो गयी।
"चौकीदार ने सारी बातें बता दीं। शास्त्री जी ने कहा, "क्या तुम देख नहीं रहे हो कि उनके सिर पर कितना बोझ है?यदि यह निकट के मार्ग से जाना चाहती हैं तो तुम्हें क्या आपत्ति है? जाने क्यों नहीं देते? जहाँ सहृदयता हो, दूसरों के प्रति सम्मान भाव हो, वहाँ सारी औपचारिकताएँ एक तरफ रख कर वही करना चाहिए जो कर्तव्य की परिधि में आता है।"
“At 42 several years outdated, with two daughters almost to complete faculty, I Give up my six-determine-income career Operating inside a toxic natural environment and escaped to your cabin by a river. Single parenting, a Terrible ex-partner, in addition to a misogynist boss zapped my psychological perfectly-being to in close more info proximity to zero. In 2009, with my Young ones now developed, I came to your conclusion that existence wasn't meant to become so tough, and surely there was yet another way. I used to be likely to rebuild my everyday living from scratch, although it meant dropping almost everything in the procedure. I rented a cabin while in the wilderness and sat by a river for nine months, residing off my discounts. I hiked, kayaked, examine, wrote and unpacked my thoughts. It was restorative. Immediately after nine months, I discovered a occupation inside the recreation sector.
पहचान – भगवान बुद्ध की प्रेरणादायक कहानी
“ओह”, बच्चे ने कहा, “और हमारे पास गोल पैर क्यों हैं माता?” “क्योंकि वे हमें रेगिस्तान में आराम से चलने में मदद करने के लिए हैं। ये पैर हमें रेत में घूमने में मदद करते हैं। ”
असली सुंदरता कहां
पंचतंत्र की कहानी: बुद्धिमान केकड़ा और चिड़िया – buddhiman kekada aur chidiya
अच्छी बात है, कुछ देर बैठो, मुझे एक व्यक्ति की ओर प्रतीक्षा है। उसने भी सत्संग के विसर्जन के बाद इसी प्रकार की इक्षा जताई थी, जो तुमने जताई है। परन्तु उसे अभी तक तो आ जाना चाहिए था, उसे भी मैने यही समय बताया था। (
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